Hindī kāvya para Āṅgla prabhāvaPadmajā Prakāśana, 1954 - 301 σελίδες |
Αναζήτηση στο βιβλίο
Αποτελέσματα 1 - 3 από τα 54.
Σελίδα 140
... प्रभावित रहा हूँ , क्योंकि इन कवियों ने मुझे मशीनयुग का सौंदर्यबोध श्रौर मध्यवर्गीय संस्कृति का जीवनस्वन्न दिया है । १ ९ ...
... प्रभावित रहा हूँ , क्योंकि इन कवियों ने मुझे मशीनयुग का सौंदर्यबोध श्रौर मध्यवर्गीय संस्कृति का जीवनस्वन्न दिया है । १ ९ ...
Σελίδα 142
... प्रभावित किया है , निम्न प्रकार हैं— मैटरलिंक का प्रतीकवाद , ईसाई मत का प्रतीकवाद और फ्रांसीसी प्रतीकवादी श्रान्दोलन । ( क ) मैटर ...
... प्रभावित किया है , निम्न प्रकार हैं— मैटरलिंक का प्रतीकवाद , ईसाई मत का प्रतीकवाद और फ्रांसीसी प्रतीकवादी श्रान्दोलन । ( क ) मैटर ...
Σελίδα 224
... प्रभावित हैं । १६४० के बाद के दशक को फ्रांसिस स्कार्फ ( Francis Scarfe ) नामक श्रालोचक ने अपनी पुस्तक ' श्राडेन एण्ड श्राफ्टर ' ( Auden and After ) ...
... प्रभावित हैं । १६४० के बाद के दशक को फ्रांसिस स्कार्फ ( Francis Scarfe ) नामक श्रालोचक ने अपनी पुस्तक ' श्राडेन एण्ड श्राफ्टर ' ( Auden and After ) ...
Συχνά εμφανιζόμενοι όροι και φράσεις
अंग्रेजी अतिरिक्त अथवा अधिक अनेक अपनी अपने इन इस इस प्रकार इसके इसी ईश्वर उनकी उनके उन्होंने उसकी उसके उसे एवं और कर करता करते हैं कवि कविता में कवियों का कारण कार्य काल काव्य की काव्य में किन्तु किया किया है किसी कुछ के प्रति के रूप में के लिए के लिये केवल को गया गये छन्द जयशंकर प्रसाद जाता जीवन जो तक तथा तो था थी थे दर्शन दिया दो दोनों द्वारा द्विवेदी द्विवेदी युग धर्म नवीन नहीं नारी निराला ने पन्त पर पाश्चात्य पृ० प्रकृति प्रतीत प्रभाव प्रयोग प्रवृत्ति प्रसाद प्रिय प्रेम बहुत भारत भारत में भारतीय भारतेन्दु भाषा भी में भी यह युग रहस्यवादी रहा रोमांटिक वर्णन वह विकास विचार विषय वे श्रादि श्रीधर पाठक संस्कृति सब समय समस्त समाज सुमित्रानन्दन पन्त से हम हमें हिन्दी कविता हिन्दी काव्य हिन्दी साहित्य ही हुआ हुई हुए है और है कि हैं हो होता है होने